What is Router? WiFi Router Kya
Hai?
हेल्लो दोस्तों ! कैसे है आपलोग? खबरिदुनियाँ (KhabariDuniyaaa) में आपका स्वागत है|
आज हम जानेगे वाईफाई राउटर क्या है या राउटर क्या
होता है, राउटर के
प्रकार, ब्रॉडबैंड
राउटर क्या है, वायरलेस राउटर
क्या है, एज राउटर क्या
है, कोर राउटर क्या
है, राउटर के उपयोग
क्या है, राऊटर के फीचर, आपको वाईफाई राउटर की आवश्यकता क्यों है, राउटर कैसे काम करता है, राउटर का इतिहास, राउटर के उपकरण, राऊटर के फंक्शन क्या है, रूटिंग टेबल क्या है, वायर और वायरलेस राउटर में अंतर, राउटर एवं मॉडेम के बीच अंतर, 2.4 GHz और 5 गीगा बैंड
के बीच अंतर तथा राउटर से जुड़े सभी जानकारी |
![]() |
What is Router - Router Kya Hota Hai ? |
-
Table Of Contents
वाईफाई राउटर क्या है या राउटर क्या होता है?
- राउटर के प्रकार
- ब्रॉडबैंड राउटर क्या है?
- वायरलेस राउटर क्या है?
- एज राउटर क्या है?
- सब्सक्राइबर एज राउटर क्या है?
- कोर राउटर क्या है?
- वायर और वायरलेस राउटर में अंतर
- राउटर के उपयोग क्या है?
- राऊटर के फीचर
- आपको वाईफाई राउटर की आवश्यकता क्यों है?
- राउटर कैसे काम करता है?
- राउटर का इतिहास?
- राउटर एवं मॉडेम के बीच अंतर
- राउटर के उपकरण
- राऊटर के फंक्शन क्या है?
- रूटिंग टेबल क्या है?
- 2.4 GHz और 5 गीगा बैंड के बीच अंतर
- Best Wifi Router in India 2021 List
- अंतिम
शब्द :-
वाईफाई राउटर क्या है या राउटर क्या होता है?
- Table Of Contents वाईफाई राउटर क्या है या राउटर क्या होता है?
- राउटर के प्रकार
- ब्रॉडबैंड राउटर क्या है?
- वायरलेस राउटर क्या है?
- एज राउटर क्या है?
- सब्सक्राइबर एज राउटर क्या है?
- कोर राउटर क्या है?
- वायर और वायरलेस राउटर में अंतर
- राउटर के उपयोग क्या है?
- राऊटर के फीचर
- आपको वाईफाई राउटर की आवश्यकता क्यों है?
- राउटर कैसे काम करता है?
- राउटर का इतिहास?
- राउटर एवं मॉडेम के बीच अंतर
- राउटर के उपकरण
- राऊटर के फंक्शन क्या है?
- रूटिंग टेबल क्या है?
- 2.4 GHz और 5 गीगा बैंड के बीच अंतर
- Best Wifi Router in India 2021 List
- अंतिम शब्द :-
What is Router? WiFi Router Kya Hota Hai?
एक वाई-फाई राउटर उर्फ वायरलेस राउटर एक हार्डवेयर डिवाइस है जो आपके वायर्ड ब्रॉडबैंड कनेक्शन को वायरलेस सिग्नल में बदल देता है ताकि आप कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी और सभी आईओटी उपकरणों जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में एक ही/एकल इंटरनेट कनेक्शन का वायरलेस तरीके से उपयोग कर सकें।
चूंकि हर कोई इन दिनों कॉर्डलेस जा रहा है, इसलिए आप भी घर/ऑफिस के लिए एक अच्छा वाईफाई राउटर प्राप्त कर सकते हैं और
एक ही समय में कई उपकरणों से इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं, वह भी प्रत्येक डिवाइस के लिए अलग इंटरनेट कनेक्शन प्राप्त किए बिना ।
यदि आप Best WiFi Routers in India के लिए ऑनलाइन एक सरल खोज करते हैं, तो बहुत सी वेबसाइटें पॉप अप करती हैं लेकिन एक पुरानी वाई-फाई राउटर खरीदना पैसे की एक बड़ी बर्बादी होगी क्योंकि नवीनतम इंटरनेट तकनीक (Latest Internet Tech) ऐसे वर्जन (Version) के साथ काम नहीं करती है।
इसलिए, हमने बाजार में कुछ लेटेस्ट वायरलेस राउटर (Latest Wireless Routers) का परीक्षण करने में कुछ समय बिताने का फैसला किया है और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए अच्छी गति, उच्च श्रेणी और मल्टीपल लैन बंदरगाहों के साथ शीर्ष 10 वाई-फाई राउटर के साथ आए हैं ।
राउटर के प्रकार
Types Of Router
वैसे तो राउटर के प्रकार कई तरह के होते है, लेकिन हम आपको सिर्फ उनके बारे में विस्तार से बताएंगे जिनका उपयोग अधिक किया जाता है|
1. Broadband Router (Wired Router)
2. Wireless Router (बिन
वायर का राऊटर)
3. Core Routers
(कोर राउटर)
4. Edge Routers
(एज राउटर)
ब्रॉडबैंड राउटर क्या है?
Broadband Routers in Hindi
ब्रॉडबैंड राउटर का इस्तेमाल कई कार्यो में किया जाता है| जैसे एक कंप्यूटर नेटवर्क को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने के लिए इसका उपयोग कर सकते है| तथा Broadband Router का इस्तेमाल Internet से Connect होने के लिए भी किया जाता है| अगर हम Mobile में Internet से जुड़ते है| तथा Voice over IP technology (VOIP) का इस्तेमाल करते है| तो हमें ब्रॉडबैंड राउटर की जरुरत पड़ती है|
यह राउटर घरेलु उपयोग के लिए बनाये जाते है| इस प्रकार राउटर High Speed Internet प्रदान करते है| Broadband Router कंप्यूटर से केबल के माध्यम से connect किये जाते है| तथा इसके लिए ethernet (ईथरनेट) नाम की Cable का उपयोग किया जाता है| इस प्रकार के राउटर को हम Wired Router भी कह सकते है|
वायरलेस राउटर क्या है?
Wireless Router In Hindi
वायरलेस राउटर के नाम से ही हम समझ सकते है| कि इससे Without Cable Internet Connection प्रदान करते है| Wireless
Router का इस्तेमाल आज बहुत अधिक होने लगा है| आज हर घर, ऑफिस, स्कूल, कॉलेज में इसका
इस्तेमाल होता है| इस प्रकार राउटर से हम एक निश्चित सिमा के भीतर ही Mobile या Computer को Wireless Router से Connect करके इन्टरनेट
चला सकते है|
एज राउटर क्या है?
Edge Router in Hindi
ये एक विशेष प्रकार का राउटर होता है| ऐसे राउटर को इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) के किनारे रखा जाता है| इस राउटर का उपयोग External Network को अपने Network के साथ Connect करने के लिए किया जाता है| Example के लिए WAN (Wide Area Network) या इन्टरनेट| External Broad Protocol का उपयोग भी इसी Edge Router के द्वारा ही किया जाता है| इस Router का सबसे अधिक Remote Protocol के साथ Connectivity करने के लिए किया जाता है|
सब्सक्राइबर एज राउटर क्या है?
Subscriber Edge Router in
Hindi
Subscriber Edge Router End User (Enterprise) संगठन की श्रेणी में आता है| यह External BGP को अपने Provider के AS (S) में Broadcast करने के लिए Configure किया गया है|
कोर राउटर क्या है?
Core Router in Hindi
इस प्रकार के राउटर का उपयोग अलग अलग जगहों पर स्थित राउटर आपस में जोड़ने के लिए किया जाता हैं| यह Router LAN Network (Local Area Network) के Backbone की तरह होता है| ये Router का काम करता है| इसे Core Router कहा जाता है| Core Router एक Wired या Wireless Router है| जो एक Network के भीतर Internet Data Packet वितरित करता है|
वायर और वायरलेस राउटर में अंतर
Wire Vs Wireless Router
जैसा कि हमने पहले ही बता दिया है| कि राउटर दो प्रकार के होते है| Wire और Wireless राऊटर इन दोनों में अंतर होता है| वो निम्न है|
इस राउटर के Network में संचार केबल से होता है| Wireless Router के Network में संचार बिना किसी Cable के होता है|
Wired Router की कीमत कम होती है| But वायरलेस नेटवर्क बहुत ज्यादा खर्चीला होता है|
वायर्ड नेटवर्क सुरक्षित होता है|But वायरलेस कम सुरक्षित होता है|
Wired Network की Performance अच्छी होती है| Wireless नेटवर्क की Performance वायर्ड नेटवर्क के मुकाबले कम अच्छी होती है|
वायर्ड नेटवर्क की installation मुश्किल आती है| जबकि वायरलेस का इंस्टालेशन आसान होता है|
राउटर के उपयोग क्या है?
Use of Router In Hindi
यह एक Hardware Network है| जिसका उपयोग Network share करने के लिए किया जाता है| यह लोकल एरिया नेटवर्क को Broadcast करने से रोकने का कार्य कार्य है| Protocol Translation में भी काफी मददगार है| Router दो या अधिक Network को आपस में जोड़ने का कार्य करता है| राउटर Broadcast Domain का निर्माण करके Network Traffic को कम करने में सहायक है|
राऊटर के फीचर
Router Features
* राऊटर OSI Model में Network Layer
या Layer 3 पर
काम करता है|
* यह कई नेटवर्क्स को एक दुसरे से जोड़ता है और एक नेटवर्क से दुसरे
नेटवर्क के बीच डाटा को Send करने का काम करता है|
* राऊटर कई तरह के पोर्ट्स की मदद से एक High-speed इन्टरनेट कनेक्टिविटी प्रोवाइड करता है जैसे- Fast-ethernet,
STM लिंक पोर्ट इत्यदि|
* यह Local Area Network(LAN) और Wide Area Network(WAN)
दोनों तरह के नेटवर्क में इस्तेमाल होता है|
* राऊटर के मुख्य कॉम्पोनेन्ट सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), फ़्लैश मेमोरी, रैम मेमोरी,नेटवर्क
और इंटरफ़ेस कार्ड इत्यदि होते है|
* राऊटर दुसरे नेटवर्किंग डिवाइस जैसे- Hub, Switch और Bridge के मुकाबले थोड़े महेंगे होते है इनके पोपुलर मैन्युफैक्चरर Cisco, D-Link, Juniper और Nortel है|
आपको वाईफाई राउटर की आवश्यकता क्यों है?
Why Do You Need a WiFi Router?
हमें वायरलेस राउटर की आवश्यकता के कई कारण हो सकते हैं और नीचे कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:
1. आपके पास सिर्फ 1 इंटरनेट कनेक्शन है और आपके घर/कार्यालय में ऐसे कई
उपयोगकर्ता हैं जिन्हें अपने वायरलेस उपकरणों पर वेब एक्सेस की आवश्यकता है।
2. आप कई मंजिलों या अपार्टमेंट वाली इमारत में रह रहे हैं और आपको
दूसरे कमरे या फर्श पर स्थित इंटरनेट से कनेक्ट करने की आवश्यकता है।
3. आप ब्रॉडबैंड कनेक्शन पर बहुत अधिक खर्च करना पसंद नहीं करते हैं और
आपने अपने इलाके में अपने दोस्तों के साथ बिल साझा करने का फैसला किया है।
4. आप एक जगह बैठना पसंद नहीं करते हैं और अक्सर अपने घर या कार्यालय में एक कमरे से दूसरे कमरे में जाते हैं। ऐसे परिदृश्य में, एक वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन काम आता है।
राउटर कैसे काम करता है?
How Router Work in Hindi
क्या आपको पता है कि Router Kaise Kaam Karta Hai| जब
आप अपना Internet Browser Open करते है| तो हमारी Website खोलने के लिए आप ब्राउज़र में WWW|TECHNOGANPAT|
IN Type करते है| तो आपका Computer अनुरोधित File को प्राप्त करने के लिए एक Data
Packet भेजता है|
ये Data Packet आपके Computer से आपके Router तक जाता है| राउटर फिर उस Data Packet को Modem में भेजता है| फिर मॉडेम Techno Ganpat Website Server को खोजने के लिए Information भेजता है| जो एक राउटर द्वारा Internet से जुड़ा है|
Data Packet यब Router तक पहुँच जायेगा| टेक्नो गणपत Server और उस राउटर को एक File मिलेगी जिसे अनुरोध किया है| इस फ़ाइल को फिर आपके राउटर में वापस भेज देते है| जो बाद में आपके Computer पर भेज देता है| यह कार्य पलक झपकते ही कर दिया जाता है|
तो दोस्तों अब आप समझ ही चुके होंगे कि राउटर कैसे काम करता है (Router Kaise Kaam Karta Hai)|
राउटर का इतिहास?
History of Router in Hindi
International Network Working Group नाम की एक Organization ने सन 1974 में पहला राउटर बनाया| जिसे पहले Gateway कहा जाता था| 1970 से 1980 के दशक तक Router का इस्तेमाल Mini Computer में किया जाता था|
आज के राउटर काफी High Speed वाले है| Data Packet Forwording के लिए External Hardware वाले Computer और Encryption जैसे Special Security Function हैं|
![]() |
Router Vs Modem Hindi |
राउटर एवं मॉडेम के बीच अंतर
Router Vs Modem
जैसा कि हमने कहा, राउटर Network के आसपास और Internet से Data Packet ले जाते हैं| लेकिन Modem और Router का से अक्सर एक-दूसरे के लिए किया जाता है| आपको Internet Access देने का कार्य Modem का है।
एक Modem मुख्य रूप से आपके Network से Data Packet लेता है| और उन्हें Ethernet से Electric Currents में Transfer करता है| ताकि उन्हें Internet के आसपास या तो Cable या Satallite द्वारा Transfer किया जा सके|
राउटर के उपकरण
Components of Routers
वैसे राउटर के अलग अलग कई अवयव है| जिनमे से निम्न Important अवयव है|
CPU
(Central Processing Unit)
सीपीयू का पूरा नाम CPU – Central
Processing Unit होता है| लगभग सभी Electronic
Device में इसका उपयोग होता है| राउटर में
इसका कार्य सभी Componants को Manage करना
होता है|
RAM (Rendam
Access Memory)
Router में रैम का कार्य Routing Table को Store करना होता है| और साथ में Configuration Files, Caching And Buffering Details भी होता है| राउटर में Switch Off और Switch On में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है| RAM में ARP Tables, Routing tables, Routing metrics और दुसरे Data store किया जाता है|
ROM (Read
Only Memory)
रोम राउटर में Bootstrap Details को Store
करने के साथ-साथ Operating System Software को
Store करता है|
Non
Volatile RAM
ये Permanant Memory होती है| इसमें Operating System का Backup तथा Startup Version Store किया जाता है| जब Router को Boot किया जाता
है तो Program इसी Memory से Load
होता है|
Flash
Memory
राउटर में Flash Memory का काम Routing
algorithm, Routing Protocol, Routing Table Store करना होता है|
Network
Interface
राउटर में बहुत अधिक Network
Interface होते है| जिनका के Router को Network से Connect करना
होता है|
Console
कंसोल का कार्य राउटर को Manage करने तथा Configuration करना होता है| तथा troubleshooting commands भी console द्वारा ही दिया जाता है|
राऊटर के फंक्शन क्या है?
Function of Router In Hindi?
राऊटर मुख्य तौर पर दो फंक्शन परफॉर्म करता है-
आइये इन्हें भी थोड़ा अच्छे से समझ लेते है
फोर्वडिंग (Forwarding) :-
राऊटर अपने इनपुट पोर्ट के माध्यम से डाटा पैकेट्स को रिसीव करता है जिसके बाद उन पैकेट्स के Header को चेक करता है जहाँ यह उस डाटा के ऊपर अपने कुछ बेसिक फंक्शन को परफॉर्म करता है|
और Routing table में चेक करता है कि उन डाटा पैकेट्स के लिए सबसे सही आउटपुट पोर्ट कौन सा है जिसके बाद यह डाटा को उस आउटपुट पोर्ट में भेज देता है|
राउटिंग (Routing) :-
राउटिंग वह प्रोसेस होती है जिसके जरिये राऊटर या पता लगाता है कि डाटा पैकेट्स को अपने Destination तक पहुचने के लिए कौन सा Path सबसे अच्छा है| इसके लिए यह एक Routing table को मेन्टेन करता है जो कई सारी अल्गोरिथिम्स के माध्यम से राऊटर द्वारा बनाई जाती है|
अब आप सोंच रहे होंगे आखिर Routing table क्या होती है जिसका
राऊटर इतना उपयोग में लेता है तो चलिए इसे में समझ लेते है जिससे काफी अच्छे से
समझ में आ जाये|
रूटिंग टेबल क्या है?
Routing Table Kya Hai in Hindi
राउटिंग टेबल एक Rules का सेट होता है| जिसे अक्सर टेबल प्रारूप के रूप देखा जाता है| जिसका Use यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है| कि Internet Protocol (IP) Network पर यात्रा करने वाले Data Packet कहाँ निर्देशित किए जाएंगे| सभी IP-सक्षम Device, जिनमें Router और Switch शामिल हैं| Routing Table का Use करते हैं|
Basic Routing Table में निम्नलिखित जानकारी शामिल की
जाती है|
Destination –
पैकेट को किस Destination में भेजना है उसका IP Address|
Next Hop –
Next Networking Device का IP Address|
Interface –
पैकेट को जिस नेटवर्क में भेजा है उस Outgoing Interface की Information
होती है|
Metric –
Metric का एक General Use Network ID में न्यूनतम संख्या में Hops (राउटर को पार करना) को
Indicate करना है|
Subnet Mask –
Network ID के लिए एक Destination IP Address से Match करने के लिए Use किया जाता है|
इस टेबल को हम मैन्युअली या Dynamically Maintain कर सकते है| Dynamic Routing में आसपास के Network Topology की जानकारी आदान प्रदान करने के लिए, Routing Protocol का Use करके अपनी स्वचालित Routing Table का निर्माण करता है| ये Routing Table Device को सुनने की अनुमति देता है| Static Network Device Table को तब तक नहीं बदलता है| जब तक Administrator खुद नहीं बदलता है|
2.4 GHz और 5 गीगा बैंड के बीच अंतर
Difference between 2.4 GHz and 5 Giga Bands.
1. वाई-फाई राउटर में ऑपरेशन के दो अलग-अलग रेडियो फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं 2.4 GHz और 5 GHz ।
2. सिंगल-बैंड राउटर संचार के लिए 2.4 गीगाहर्ट्ज़ या 5 गीगाहर्ट्ज़ फ़्रीक्वेंसी बैंड का उपयोग करते हैं।
3. राउटर 2.4GHz और 5GHZ फ़्रीक्वेंसी बैंड दोनों का उपयोग कर सकते हैं और संबंधित डिवाइस के डुअल-बैंड राउटर के साथ कम्युनिकेशन कर सकते हैं।
4. दो फ़्रीक्वेंसी बैंड में Pros और Cons हैं। 2.4 GHz सिग्नल कवरेज घर के फर्श और दीवारों के माध्यम से प्रवेश कर सकता है। इसलिए, आप अपने पड़ोसी के घर बैठे हुए इस प्रकार के वायरलेस राउटर से इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग कर सकते हैं।
5. इसी तरह, एक कम आवृत्ति बैंड अतिरिक्त डेटा ले जाने में विफल रहता है। यह अपलोड और डाउनलोड गति को प्रभावित कर सकता है।
6. जबकि 5 GHz तेजी से डाउनलोड और अपलोड की सुविधा देता है, यह घर की दीवारों में प्रवेश करने में विफल रहता है। यह बताता है कि जब आप वाई-फाई राउटर से अलग कमरे में जाते हैं तो कनेक्शन धीमा क्यों होता है।
Best Wifi Router in India 2021 List
Best Wifi Router in India 2021 |
Buy Now |
0 टिप्पणियाँ