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Tiger Ke Bare Me Jankari, Facts About Tiger, टाइगर के बारे में जानकारी हिंदी में


Tiger के बारे में रोचक तथ्य | Tiger Facts In Hindi


टाइगर के बारे में जानकारी  हिंदी में , बाघ के बारे में जानकारी हिंदी में


Tiger के बारे में रोचक तथ्य हेल्लो दोस्तों, इस पोस्ट Tiger के बारे में Interesting Facts About Tiger in hindi बताऊँगा जो आपको जरुर पसंद आएँगे। बाघ (Tiger) भारत का राष्ट्रीय पशु है और पूरी दुनिया मे इनकी आबादी लगभग 3000 से भी कम बची है। पूरी दुनिया मे भारत ही ऐसा देश है जहाँ इनकी आवादी सबसे ज्यादा है। साल दर साल बाघो की घटती जनसंख्या ने सबका ध्यान इनकी तरफ खीचा है एक अध्यन मे कहा गया है की अगर इनके संरक्षण के लिए कठोर निर्णय ना लिए गए तो आने वाले 40 सालो मे बाघ विलुप्त हो सकते है। बाघों को अक्सर सबसे खूबसूरत अभी तक क्रूर जानवरों में से एक के रूप में देखा जाता है और शायद यह एकमात्र ड्राइविंग कारक है जो उन्हें और भी दिलचस्प प्राणी बनाता है। आप इस ब्लॉग के माध्यम से उनके बारे में कुछ सीखेंगे जहां मैंने Tiger के बारे में कुछ तथ्य नीचे दिए हैं।


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Scientific classification of tiger

बाघ का वैज्ञानिक वर्गीकरण


वैज्ञानिक नाम: पंथेरा टिगरिस (Panthera Tigris)

किंगडम/जीव-समूह: पशु

वर्ग: स्तनपायी पशु

गण/समूह: Camivora

कुल/परिवार: Cats (बिल्ली)

प्रमुख प्रजातियाँ: बाघ की 9 प्रमुख प्रजातियाँ पाई जाती थी जिनमें से 3 प्रजातियाँ अब पूरी तरह से ख़त्म हो चुकी हैं| भारत में पाई जाने वाली  बाघों की प्रमुख प्रजाति रॉयल बंगाल टाइगरहै|





Where is the tiger found?

बाघ कहा पाया जाता है?

बाघ भारत, नेपाल, भूटान, चीन, म्यांमार, अफ़ग़ानिस्तान, कोरिया और इंडोनेशिया में अधिक संख्या में पाया जाता है| भारत में बाघ के लिए कई सारे नेशनल पार्क बनाए गए है जहा यह मोजूद है| इन पार्क में मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटका, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और केरला का समावेश होता है|

कम्बोडिया मे भी बाघ पाए जाते थे जो अब पूरी तरह से ख़त्म हो चुके है। इसलिए साल 2016 मे कम्बोडिया ने अपने देश से बाघो को लुप्त घोषित कर दिया था।





Tiger anatomy size

बाघ की शारीरिक संरचना आकार


बाघ में नर और मादा के आकार में फर्क होता है| नर बाघ के शरीर की लम्बाई 8 फीट से लेकर 13 फीट के करीब होती है जबकि मादा बाघ की लम्बाई 6 फीट से लेकर 9 फीट तक होती है|

नर बाघ का वजन करीब 90 किलोग्राम से लेकर 300 किलोग्राम तक होता है वही मादा बाघ का वजन करीब 65 किलोग्राम से लेकर 168 किलोग्राम तक होता है|

भारत के बंगाल टाइगर का वजन दुनिया में मोजूद सभी tiger की तुलनामे सबसे लम्बे और ज्यादा वजन वाले होते है| बंगाल टाइगर का वजन 350 किलोग्राम के करीब होता है|

बाघ एक रात में 60 पाउंड (27 किलोग्राम) मांस खा सकते हैं।

बाघ (Tiger) ऊँचाई में लगभग शेर के बराबर होता है | लम्बाई लगभग 9 फीट होती है | इसकी अगली टांगो का घेरा लगभग 2 फीट होता है |

बाघ (Tiger) की गर्दन पेड़ के तने के समान मोटी होती है | अगला पंजा बड़ा और भयंकर होता है |

बाघ के शरीर का रंग हल्का पीला होता है जिस पर बादामी और काली वर्टीकल धारियाँ होती है | इन धारियों का आकार भिन्न-भिन्न होता है | पेट सफेद होता है |

बाघ के उपर के दांत 10 सेमी तक होते है जो इन्सानों की ऊँगली जितने बड़े होते है |

बाघ के पैर बहोत मजबूत होते है, इतने की अगर वह मर गया तो भी खड़ा रह सकता है |

एक बाघ की पूंछ लगभग तीन फीट लंबी होती है और तंग मोड़ बनाते समय उन्हें संतुलित करने में मदद करती है|

हर टाइगर के शरीर की खुसबू अन्य टाइगर के शरीर से अलग होती है| इसका कारण उनके शरीर में पाए जाने वाली गंध ग्रंथियों के कारण होता है|

बाघ की धारियां न केवल उनके फर पर, बल्कि उनकी त्वचा पर भी पाई जाती हैं।

बाघ के पंजे और जबड़े किसी भी जानवर या मनुष्य को एक ही वार में तोड़ने की क्षमता रखते हैं|

टाइगर के शरीर पर कानों के पीछे सफ़ेद रंग के धब्बे बने होते हैं जो शावकों को जंगल में उनकी माँ को पहचानने में मदद करते हैं|





When did tiger originate?

बाघ की उत्पति कब हुई थी?


विज्ञानिको ने पैंथेरा प्रजातियो के सबसे पुराने जीवाश्मों के आधार पर अनुमान लगाया का की बाघ का अस्तित्व हमारी धरती पर कई मिलियन सालो से है| एसा माना जाता है के सबसे पहेले बाघ का अस्तित्व चीन के गांसू प्रांत में पाया गया था|

वैज्ञानिको के अनुसार चीन के गांसू प्रांत में बाघ 2 मिलियन साल पहेले आया था, इसी साबुत के आधार पर एसा कहा जाता है की बाघ सबसे पहेले एशियाई देशो में आया था और इसके बाद आहार की तलाश में अन्य देशो में स्थानांतर किया होगा|





Tiger’s behavior

बाघ का व्यवहार


आमतौर पर सारे जानवर दिन के वक्त शिकार करना पसंद करते है पर बाघ रात के समय में शिकार करता है| यह रात के समय भी बहोत ही आसानी से देख सकते है|

बाघ को वन, दलदलीय क्षेत्र तथा घास के मैदान के आसपास रहेना पसंद है| इसका आहार मुख्य रूप से सांभर, चीतल, जंगली सूअर, जंगली भेंसे, हिरन और मनुष्य के पालतू पशु है| बाघ अक्सर पीछे से हमला करता है| यह अपने भारे शरीर के कारन शिकार के पीछे ज्यादा देर तक दौड़ नहीं सकता है इसी लिए वो जितना हो सके शिकार के नजदीक जाता है और इसके बाद उस पर छलांग लगाता है|

बाघ के हर 20 प्रयास में से एक बार ही शिकार उनके चंगुल में फंसता है| बाघ ज्यादातर अकेले ही रहेना पसंद करता है| केवल प्रजनन काल के वक्त ही नर और मादा एक दुसरे के समीप आते है|

बाघ शक्तिशाली तैराक होते हैं और उन्हें शिकार करने या नदियों को पार करने के लिए महान दूरी तैरने के लिए जाना जाता है। युवा बाघ अक्सर पानी में खेलते हैं और वयस्क दिन की गर्मी के दौरान शांत रहने के लिए धाराओं या झीलों में मौज करेंगे।





Tiger family

बाघ का परिवार


जैसे की हमने बताया की बाघ ज्यादातर अकेले ही रहेना पसंद करता है और केवल संभोग के वक्त ही मादा के पास आता है| संभोग के बाद मादा को साढे तिन मॉस तक गर्भ रहेता है और 2 से 3 सावक को जन्म देती है| मादा बाघ अपने बच्चो के साथ रहेती है और साथ रहेकर बच्चो की देखभाल करती है| बाघ के बच्चे को शिकार की कला भी मादा बाघ ही शिखाती है| ढाई साल के बाद बच्चे माँ से अलग होकर स्वतंत्र रहेने लगते है|







Tiger's lifestyle and breeding methods

बाघ की जीवन शैली और प्रजनन के तरीके


बाघ ज्यादातर अकेले ही रहते हैं और अपने क्षेत्र विशेष में दुसरे बाघों का दखल पसंद नहीं करते हैं| केवल प्रजनन काल के दौरान ही बाघ और बाघिन एक साथ आते हैं|

बाघिन लगभग साढ़े तीन महीने में बच्चों को जन्म देती है| एक बार में 2-3 बच्चों का जन्म होता है| बाघों के बच्चों का पालन-पोषण अकेली बाघिन ही करती है| शावकों को पूरी तरह बड़े होने में 2 से 3 साल का समय लग जाता है|

सुमित्रन बाघ सबसे छोटा है, जिसका वजन केवल 310 पाउंड तक होता है। मादा आम तौर पर सभी उप-प्रजातियों में पुरुषों से कम वजन करती हैं।

शेर के साथ प्रजनन करने वाले बाघ टाइगॉनऔर लिगर्सके रूप में जाना जाने वाले संकरों को जन्म देते हैं।

बाघ की धारियां न केवल उनके फर पर, बल्कि उनकी त्वचा पर भी पाई जाती हैं।

टाइगर शावक अपने पहले कुछ महीनों में कमजोर होते हैं, मृत्यु दर 50% तक होती है।

टाइगर्स और शेरों के बीच शारीरिक सम्बन्ध बनाया जाना काफी सामान्य है| नर बाघ और मादा शेर के समागम से पैदा होने वाले बच्चों को ‘Tigons’ कहा जाता है और मादा बाघ एवं नर शेर के समागम से पैदा होने वाले शावकों को ‘Ligers’ कहा जाता है| जो की दोनों नसलों की तुलना मे ज्यादा बड़ा व ताकतवर था।

बाघो के शाबाक (बच्चे) शुरुआती कुछ महीनो मे बहोत ही कमजोर होते है इनकी मृत्यु दर 50 प्रतीशत होती है। यही कारण ही की इनकी प्रजाती तेजी से नही बढ़ती।

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