Kadaknath Murga Kadaknath Hen |
कड़कनाथ Kadaknath या काली मासी नस्ल का मुर्गा
कड़कनाथ Kadaknath या काली मासी भारतीय नस्ल का मुर्गा है । यह मुख्यतः पश्चिमी मध्य प्रदेश के झाबुआ और धार जिलों में पाया जाता है । कड़कनाथ उच्च प्रोटीन और न्यून वसा पाया जाता है । इसमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी काफी कम होता है । जिसके कारण इसका मांग काफी ज्यादा है ।
कड़कनाथ का वैज्ञानिक नाम:- Gallus gallus domesticus
उद्गम स्थल:- मध्य प्रदेश
उच्च वर्गीकरण:- मुर्गी
Kadaknath-Murga-Kadaknath-Hen |
Is everything black in the kadaknath rooster?
क्या कड़कनाथ मुर्गा का सब कुछ काला होता है ?
Kya kadaknath murga ka sab kuch kala hota hai ?
स्थानीय भाषा में कड़कनाथ को कालीमासी भी कहते हैं। क्योंकि इसका मांस, चोंच, जुबान, टांगे, चमड़ी आदि सब कुछ काला होता है। यह प्रोटीनयुक्त होता है और इसमें वसा नाममात्र रहता है। कहते हैं कि दिल और डायबिटीज के रोगियों के लिए कड़कनाथ बेहतरीन दवा है। इसके अलावा कड़कनाथ को सेक्स वर्धक भी माना जाता है।
kadakanaath nasl ka murga kaha paaya jaata hai ?
कड़कनाथ Kadaknath या काली मासी नस्ल का मुर्गा कहा पाया जाता है ?
Where is the cock of the Kadaknath breed found?
लजीज कड़कनाथ मध्यप्रदेश के झाबुआ और धार इलाके में पाया जाता है। हालांकि इसकी मांग अब देश के कोने-कोने से आ रही है। राजस्थान, कर्नाटक, हैदराबाद, उत्तर प्रदेश के लोग कड़कनाथ के चूजे लेना चाहते हैं। हालात यह है कि झाबुआ के कृषि विज्ञान केंद्र स्थित हैचरी में कड़कनाथ के चूजे लेने के लिए आठ महीने बाद बारी आ रही है।
अहम बात यह है कि यह मुर्गे मध्य प्रदेश के उस इलाके में हैं जो आर्थिक तौर पर गरीब है। अगर सरकार इसकी मांग को देखते हुए इसमें जरा सी भी रूचि दिखाए तो कई गरीब और साधनहीन घरों को आर्थिक फायदा हो सकता है। सरकार भी मुनाफा कमा सकती है। कड़कनाथ के अंडो को हैचरी में 18 दिन तक सेटर मशीन में रखा जाता है। इसके बाद तीन दिन हैचर मशीन में रखते हैं। यहां अंडों से चूजे बाहर निकल आते हैं। इसके बाद उन्हें निर्धारित तापमान में रखकर मांग के अनुसार दे दिए जाते हैं।
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